खून का नही दिल का रिश्ता है,
हम जो आपस मे निभा रहे है।
एक दूसरे से प्यार है इतना की,
एक दूसरे पर जान लुटा रहे है।
जहाँ अपने नही वहाँ दोस्त सही,
दुनिया में जो जीना सीखा रहे है।
दोस्ती प्यार का अपार सागर है,
कृष्ण सुदामा भी ये बता रहे है।
भगवान खुद भी प्यासे है उसके,
जो रिश्ता हम दिल से निभा रहे है।
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