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Showing posts from August, 2018

राखी। रक्षाबंधन। लोकेश शर्मा।

सावन में जब राखी आती , बहन भाई की खुशियाँ लाती। कुमकुम का तिलक लगाती , भाई को वो मिठाई खिलाती। अटूट-प्रेम रिश्ते का वो बंधन , भाई की कलाई पर है बांधती। तोहफे में क्या लाया उसके , बहन भाई से पूछती जाती। तोहफा पाकर खुश हो जाती , मंगल कामना करती जाती। बहन की प्रार्थना राखी को , सब दुःख दर्द दूर कर जाती। ~ लोकेश शर्मा।

क्या ये मेरी कल्पना है... या मेरा पागलपन। उत्कर्ष जैन।

आँखे बंद करने पर एहसास तुम्हारा होता है , धूप में आगे चलने पर साया तुम्हारा दिखता है।   क्या ये मेरी कल्पना है. .. या मेरा पागलपन? बारिश न हो फिर भी भीगा सा महसूस करता हूँ , तेरे चेहरे के नूर को हर तरफ़ में देखा करता हूँ। क्या  ये मेरी कल्पना है. .. या मेरा पागलपन? अकेले बैठा - बैठा खुद से बाते करता हूँ , ख्यालों  में तेरे अक्सर मैं खोया रहता हूँ। हर चेहरे में सिर्फ़ तू ही नज़र आती है , हर रास्ते की मंजिल तू ही मुझे लगती है। क्या  ये मेरी कल्पना है. .. या मेरा पागलपन? अकेले सफर में साथ तेरा लगता है , दिल मेरा आजकल ज़रा तेज धड़कता है। साँसे मेरी न जाने क्यों कभी - कभी थम सी जाती है , कानों में मेरे तेरी वो मीठी आवाज़ सुनाई देती है।   क्या ये मेरी कल्पना है. .. या मेरा पागलपन? अगर ये कल्पना है तो इसे कल्पना ही रहने दो ,   तुम न सही तुम्हारी यादों को ही रहने दो। ABHYUTKARSH उत्कर्ष जैन।

Happy Independence Day.🇮🇳। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।

न हिन्दू हूँ न मुस्लिम हूँ , मैं न सिख न ईसाई हूँ , शान हूँ हिंदुस्तान की , मैं हिंदुस्तानी सिपाही हूँ। ~ लोकेश शर्मा। "Not a Hindu, Not a Muslim, Not a Sikh or Christian, My country is India, And I am a soldier Indian" ~LHS

आखिरी खत, प्यार को।

प्यार,             जानता हूँ, मैं जानता हूँ की काफी समय बीत गया है। काफी समय बीत गया है, हमे एक दुसरे से अलग हुए, पर मैं आज भी उन पुरानी यादों में खोया रहता हूँ। वो यादें जो कभी मेरे जीवन में खुशियों की रोशनी हुआ करती थी, वो आज मुझे कई घंटे उदास रखती है।               क्या तुम खुश हो, मेरे बिना? शायद हो लेकिन मैं नहीं।              कल रात तुम्हारे लिखे हुए पुराने खत पढ़ रहा था, “मैं तुमसे मिलने से पहले तक ये नहीं जानती थी की प्यार क्या होता है? पर अब जानती हूँ। तुम मेरे लिए सब कुछ हो। अगर भगवान भी स्वयं हमे अलग करने की कोशिश करे तो वो भी हमे एक दुसरे से अलग नहीं कर पायेगा।” ऐसी कई बातें है, जो उनमे लिखी थी, आज जिनका कोई अर्थ नहीं है। पता नहीं ये बातें सच भी थी या नहीं, या फिर किसी और के लिए बदल गई है।             वो रात जब हम आखिरी बार मिले थे, वो रात जब मेरा वस्तिकता से सामना हुआ। जब तुमने मुझ पर कठोर शब्दों से वार किया। तुम तो चली गयी थी, पर मैं वही खड़ा रहा उसी जगह पर। रोता रहा काफी देर, और सोचता रहा की आखिर मेरे साथ ऐसा क्यूँ हुआ?             तुमने कहा था की

दोस्ती। Happy Friendship day। लोकेश शर्मा।

खून का नही दिल का रिश्ता है , हम जो आपस मे निभा रहे है। एक दूसरे से प्यार है इतना की , एक दूसरे पर जान लुटा रहे है। जहाँ अपने नही वहाँ दोस्त सही , दुनिया में जो जीना सीखा रहे है। दोस्ती प्यार का अपार सागर है , कृष्ण सुदामा भी ये बता रहे है। भगवान खुद भी प्यासे है उसके , जो रिश्ता हम दिल से निभा रहे है। ~लोकेश शर्मा।

Let's Love Again, T.G. Futuristic, Sudhir Chouhan

Let's start it again, Let's meet again, Let's fall in love again. But this time, No break-ups, No move on, Let's live together once again. Every time I think about you, I fall, I fall again, Again in your love, In your eyes. I want you to be mine, I love you and I know, You also love me, So, let’s try again, Let's start it again, Let's meet again, Let's fall in love again... -T.G. Futuristic ~Sudhir Chouhan