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अधूरी मुलाकात। लोकेश शर्मा।

बहुत दिनो बाद मुलाकात हुई हमारी,
वो एक अधूरी मुलाकात हुई हमारी।

इशारो ही इशारो में एक दूसरे को अपने पास बुलाया,
आंखों ही आंखों में एक दूसरे को अपना हाल बताया,
झूठा ही सही मगर अपना हसता चेहरा दिखाया,
कितना दर्द है दिल मे ये किसी ने नही बताया,
कुछ बाते इस बार भी हुई हमारी,
जो होनी थी बस वही बात नही हुई हमारी,
बहुत दिनो बाद मुलाकात हुई हमारी,
वो एक अधूरी मुलाकात हुई हमारी।

एक दूसरे के नसीब में हम न थे,
क्या करे इतने खुशनसीब भी हम न थे,
कुछ पुराने पल जो साथ गुज़ारे थे,
याद वो सारे उस मुलाकात आये थे,
कुछ इस तरह ये मुलाकात हुई हमारी,
कुछ ख्वाइशें थी जो अधूरी हुई हमारी,
बहुत दिनो बाद मुलाकात हुई हमारी,
वो एक अधूरी मुलाकात हुई हमारी।

कभी कभी मैं तुम्हे याद कर लूंगा,
कभी कभी तुम मुझे याद कर लेना,
जब पहली मुलाकात थी हुई हमारी,
उस एक हसीन पल को याद कर लेना,
ये ही चार बाते आखिर हुई हमारी,
जो होनी थी बस वही बात नही हुई हमारी,
बहुत दिनो बाद मुलाकात हुई हमारी,
वो एक अधूरी मुलाकात हुई हमारी।

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